ग्लास-बैक वाले स्मार्टफोन की बिक्री तेजी से बढ़ रही है और 2020 तक दुनिया में 60% फोन ग्लास-बैक वाले होंगे। इस बात की जानकारी रिसर्च फर्म काउंटर प्वाइंट ने अपनी रिपोर्ट में दी है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, प्रीमियम सेंगमेंट में पहले ही ग्लास-बैक फोन का अनुपात 80% है। एपल के 64% और सैमसंग के 36% स्मार्टफोन ग्लास-बैक वाले हैं।
2016 में सिर्फ 7% फोन थे ग्लास-बैक वाले
- काउंटर प्वाइंट की रिपोर्ट के मुताबिक, 2016 में दुनिया में ग्लास-बैक वाले फोन सिर्फ 7% थे। जो 2017 में बढ़कर 13% पर पहुंचे और 2018 में 26% फोन ग्लास-बैक के साथ आते हैं।
- इस रिपोर्ट के मुताबिक, 2019 में 41% फोन ग्लास-बैक वाले होंगे और 2020 तक 60% फोन ग्लास-बैक के साथ मिलेंगे।
वायरलेस चार्जिंग को सपोर्ट करता है ग्लास-बैक
- काउंटरप्वाइंट के एसोसिएट डायरेक्टर तरुण पाठक ने कहा, 2018 में जितने प्रीमियम स्मार्टफोन लांच हुए, उनमें ज्यादातर ग्लास-बैक वाले थे।
- उन्होंने बताया कि ग्लास-बैक होने पर वायरलेस चार्जिंग आसान हो जाती है। आने वाले दिनों में मिड-सेगमेंट वाले फोन में भी वायरलेस चार्जिंग का विकल्प बढ़ेगा।
ग्लास-बैक के फायदे
- मेटल-बैक फोन की तुलना में इनका लुक बेहतर होता है।
- वायरलेस चार्जिंग का चलन बढ़ रहा है। इसके लिए ग्लास-बैक बेहतर विकल्प है।
- एलटीई, वाइफाई व ब्लूटूथ सिग्नल आसानी से पार होते हैं।
No comments:
Post a Comment